Best 150+ भरोसा तोड़ने वाली शायरी | Bharosa Todne Wali Shayari [2025]

नमस्कार दोस्तों आज हम आपके लिए भरोसा तोड़ने वाली शायरी लेके आये हैं। जब हम किसी से बेपनाह प्यार करते हैं। और अगर वह इंसान हमारा भरोसा तोड़ देता हैं। और किसी और का हो जाता हैं, तब हमे बहुत दुःख होता हैं, बड़ी तकलीफ होती हैं। आपके साथ भी कुछ ऐसा हुवा हैं, और सर्च कर रहे हैं, भरोसा तोड़ने वाली शायरी तो आप एकदम सही जगह पर आये हैं। आपको यहाँ पर सबसे बेस्ट भरोसा तोड़ने वाली शायरी मिल जाएगी। आप यहाँ से अपने मन पसंद की किसी भी शायरी को कॉपी कर सकते हैं।

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भरोसा तोड़ने वाली शायरी

भरोसा तोड़ने वाली शायरी

भरोसा तब नहीं टूटता जब कोई रूठ जाता है,
भरोसा तब टूटता है जब कोई दिल तोड़ जाता है।

जब टूटता है भरोसा किसी अपने का,
दिल एक लम्हे में टूटकर बिखर जाता है।

जब जब भरोसा किया है मेने,
तब तब भरोसा टूटा है मेरा,
अब तो किसी पर भरोसा करने का,
मन ही नही करता है मेरा।

भरोसा तोड़ने वाली शायरी

भरोसा काँच की बोतल की तरह होता है,
जो एक बार टूट जाए तो फिर से जुड़ नहीं सकता।

इस मतलबी दुनिया में किसी पर भरोसा मत करना
इश्क और धोखे में अपना जीवन बेकार मत करना।

भरोसा टूटा है वहम की दवाई मत दो,
कहीं और जाकर शरीफ बनो मुझे सफाई मत दो।

भरोसा तोड़ने वाली शायरी

हर कोई कातिल है इस शहर में
कुछ भरोसे का कुछ उम्मीदों का।

दिल की सरहद को तुम पार ना करना,
मेरे भरोसे और विश्वास को तुम बेकार न करना।

सब पर भरोसा है पर कुछ नहीं हासिल है,
जिस तरफ पीठ करो वहीं खड़ा कातिल है।

इश्क़ और तबियत का कोई भरोसा नहीं यारों,
मिजाज़ से दोनों ही दगाबाज़ है।

Bharosa Todne Wali Shayari

भरोसा तोड़ने वाली शायरी

भरोसा जितना कीमती होता है,
धोखा उतना ही महँगा हो जाता है।

समुंदर की लहरों पर भरोसा कर बैठे,
कल वो डुबा कर हमें किनारा कर बैठे।

हम समझदार भी इतने है के
उनका झूठ पकड़ लेते है
और उनके दिवाने भी इतने के
फिर भी यकीन कर लेते है।

भरोसा तोड़ने वाली शायरी

दिल की तन्हाई को जब तस्वीरों में पाया,
हर फोटो ने बीते हुए दर्द को दोहराया।

लोगो के पास बहुत कुछ है, मगर मुश्किल यही है कि,
भरोसे पर शक है, और अपने शक पे भरोसा है।

अब ज़रा सा भी किसी पर भरोसा नही होता हैं,
और जब भी होता हैं दर्द बड़ा ही बेहद होता हैं।

भरोसा तोड़ने वाली शायरी

हर किसी को अपना मत मानिए,
क्योंकि यहां लोग भरोसा और
दिल जबरदस्त तोड़ते हैं।

जैसे भी जी रहे है अपने हाल पर
भरोसा करेगे सिर्फ अपने महबूब के प्यार पर।

रिश्तों का वो भरोसा, एक पल में तोड़ गए,
दिल के करीब आकर, दिल को रौंद गए।

चांद को सुनाता हूं अक्सर हाल-ए-दिल अपना
मैं इन जमीं वालों पर अब भरोसा नहीं करता।

भरोसा तोड़ने वाली शायरी 2 Line

भरोसा तोड़ने वाली शायरी

लाखो की हंसी तेरे नाम कर दूंगी
बस भरोसा मत तोड़ना
मै अपनी हर खुशी तुम पर कुर्बान कर दूंगी।

अब होता ही नही मुझे भरोसा किसी पर
मुझे धोखा देने वाले तेरा सो बार शुक्रिया।

किसी पर खुद से भी ज्यादा भरोसा करना
और उस भरोसे का टूटना तो
जैसे दस्तूर हो जिंदगी का।

भरोसा तोड़ने वाली शायरी

बेशक किसी को माफ बार-बार करो,
लेकिन भरोसा सिर्फ एक बार करो।

हर लफ़्ज़ पर ऐतबार था, हर वादा यकीन था,
पर वो बदल गए, और हम अकेले रह गए।

तस्वीरें भी खामोश गवाही दे गईं,
जिस पर था यकीन, वो बेवफाई कर गया।

भरोसा तोड़ने वाली शायरी

उसकी हँसी पर क्या भरोसा करना,
जो शख़्स खुलकर कभी रोया न हो।

सब पर भरोसा है,पर कुछ नहीं हासिल है,
जिस तरफ पीठ करो, वहीं खड़ा कातिल है।

नसीब से ज्यादा भरोसा तुम पर किया,
फिर भी नसीब इतना नहीं बदला
जितना तुम बदल गयी।

बात भरोसे की ना कर ऐ दिल तू किसी गैर से,
मौसम से ज्यादा इन्ही लोगों को बदलते देखा है मैंने।

Bharosa Todne Wali Shayari On Life

भरोसा तोड़ने वाली शायरी

कुछ ठोकरों के बाद नजाकत आ गयी मुझमें,
अब दिल के मशवरों पे मैं भरोसा नहीं करता।

प्यार में तो बस भरोसा होना चाहिए,
शक तो पूरी दुनिया करती हैं।

भरोसा सब पर करो पर सावधानी से
क्योंकि कभी कभी खुद के दांत भी जीभ काट लेते हैं।

सच्ची मोहब्बत की पहचान धोखे में खो गई,
दिल में अब बस नफरत की आग जल रही है।

दिल को तेरी चाहत पे भरोसा भी बहुत है,
और तुझ से बिछड़ जाने का डर भी नहीं जाता।

खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो
सहारे कितने भी भरोसेमंद हो
एक दिन साथ छोड़ ही जाते हैं।

भरोसा कर लिया है मैंने तेरे झूठ पर भी,
तुझे खुदा जो माना है।

कोई भरोसे के लिए रोता है,
कोई भरोसा करके रोता है।

गैरों से हम कब तक शिकायत करें,
कोई अपना दगा करे तो क्या करें।

भरोसा खुद पर रखो तो ताकत बन जाती है,
और दूसरों पर रखो तो कमजोरी बन जाती है।

भरोसा न करने वाली शायरी

भरोसा तोड़ा तुमने इसीलिए ये दिल रोया हे
ज्यादा कुच नहि तुमने बस एक अच्छा इंसान खोया हे।

टूटी हुई चीज हमेशा तकलीफ देती हैं,
जैसे के दिल भरोसा और सब से ज्यादा उम्मीद।

भरोसा क्या करना गैरो पर,
जब खुद गिरना है चलना है अपने ही पैरो पर।

एक मैं ही था जो तुम पर भरोसा कर बैठा
वरना बताने वालो ने सब कुछ ठीक ही बताया था।

उसी से पूछ लो उसके इश्क की कीमत,
हम तो बस भरोसे पे बिक गए।

कितना दर्द है दिल में दिखाया नही जाता
उस बेवफा की यादो को अब
इस दिल से भुलाया नही जाता।

इस दुनिया में अक्सर ऐसा होता है,
सच्ची मोहब्बत का तोहफा धोखा होता है।

उन्हे अपनी जिंदगी तो बना लिया हमने
लेकिन ये भूल गए की,
जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता।

नसीब वालों को मिलता है ऐसा हमसफ़र,
जो दूर रहकर भी भरोसा ना तोड़े।

किसी पर इतना विश्वास रखो,
कि कोई उसे तोड़ ना पाए,
चाहे कोई कितनी भी कोशिश कर ले,
रिश्तों का कुछ उखाड़ ना पाए।

उम्मीद और भरोसा शायरी

हर फोटो में बस एक दर्द सा छुपा है,
भरोसे का टूटना दिल को जलाने का बहाना है।

क्यो भरोसा करू किसी और पर,
जब खुद की आखे खुद को धोखा दे।

ना जाने कितने दर्द है जो सब्र बन कर नहीं,
कब्र बन कर उभर रहे है ज़िन्दगी में।

भरोसे के बाज़ार में जिंदगी बेची थी मैंने,
तब जा के कहीं पाया हैं ये लेहजा मैंने।

किसी को माफ़ करके अच्छे इंसान बन जाओ,
मगर दोबारा भरोसा करके बेवक़ूफ़ मत बनो।

सिखा दिया दुनिया ने मुझे अपनो पर भी शक करना,
मेरी फितरत में तो गैरों पर भी भरोसा करना था।

आजकल न जाने कब बदल जाए इंसान भरोसा नहीं,
कहते हैं जो भरोसा करो हम पर,
अक्सर भरोसा तोड़ते हैं वहीं।

कुछ ठोकरों के बाद नज़ाकत आ गई मुझमें,
अब मैं दिल के मशवरे पर भरोसा नहीं करता।

वहम था मेरा जो तुम पर भरोसा किया,
लोगों ने तो सिर्फ दिल तोड़ा था,
तुमने तो मेरा रूह निचोड़ दिया।

इश्क़ और तबियत का कोई
भरोसा नहीं यारों ,
मिजाज़ से दोनों ही दगाबाज़ है।

भरोसा टूटना शायरी फोटो

भरोसा उस पर करो जो
आपकी इन बातो का ख्याल रख सके
हंसी के पीछे का दुख चुप रहने की
वजह और गुस्से के पीछे का प्यार।

हर कोई कातिल है इस शहर में
कुछ भरोसे का कुछ उम्मीदों का।

एक बार फ़िर शक भरोसे से सबूत मांग रहा है,
हँस रही है क़िस्मत,फ़िर एक रिश्ता दफ़न हो रहा है।

उस इंसान से कभी झूठ मत बोलना,
जिसको आपके झूठ पर भी भरोसा है।

आज शाम हुई कल फिर सूरज निकलेगा,
भरोसा रख अपने आप पर हर पल तू निखरेगा।

भरोसा न कीजिए कभी मौसम और इश्क का
गरजते हैं कहीं और तो बरसते कहीं और हैं।

दुख इसका नही कि तुम्हारा साथ छूट गया है
अफसोस इस बात का है कि
हमारा भरोसा टूट गया है।

दोस्ती का रिश्ता जो सच्चा था,
अब धोखे में बदल गया,
जिस पर ऐतबार था,
वो गैर बनकर निकल गया।

दिल की धड़कन और मेरी सदा हो तुम,
मेरे भरोसे की आखरी वफा हो तुम।

जब सब तोल रहे थे मुझे ना उम्मीदी के तराज़ू में,
एक वही तो था जिसने भरोसा जताया मुझ में।

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Last Word :-

दोस्तों मे आशा करता हूँ की हमारे द्वारा लिखी गई भरोसा तोड़ने वाली शायरी आपको बहुतही ज्यादा पसंद आई होगी। अगर आपको यह शायरी पसंद आई है, तो हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य कमेंट करें। और साथ ही आप हमें यह भी बता सकते हैं, कि इन भरोसा तोड़ने वाली शायरी में से सबसे अच्छी शायरी आपको कौन सी लगी। और आप भरोसा तोड़ने वाली शायरी को अपने सभी दोस्तों के साथमे शेयर जरूर करें। और आप इसे इंस्टाग्राम, फेसबुक और व्हाट्सप्प मे भेज सकते है।

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